कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा किसानों के लिए सोलर पंप खरीदने पर सब्सिडी देने के बारे में घोषणा कि गई है। जलवायु परिवर्तन के कारण बहुत ही परेशानियां किसानों को उठानी पड़ रही है, कहीं तो बारिश का पानी इतना ज्यादा है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है और कहीं इतना ज्यादा सूखा पड़ा हुआ है कि तालाब और कुएं का पानी भी सूख चुका है।
जिसके कारण खेतों में सिंचाई करने के लिए परेशानी हो रही है। इन्हीं सब परिस्थितियों से जूझ रहे किसानों को उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा थोड़ी राहत प्रदान करने का विचार किया है। अब सरकार किसानों को सोलर पंप खरीदने पर सब्सिडी प्रदान करेगी। इस योजना को सभी राज्य में शुरू किया गया है।
‘पहले आओ पहले पाओ’ के तरीके से किसानों को लाभ:
इस योजना के अंतर्गत जो किसान पहले रजिस्ट्रेशन कर लेंगे, उन्हें पहले सब्सिडी प्रदान कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा ‘पहले आओ पहले पाओ’ के तरीके से किसानों को लाभ दिया जाएगा।
आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ‘कुसुम योजना’ के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करेंगे।जिसके अंतर्गत हम यह बताएंगे कि,आप कैसे इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के आधिकारिक वेबसाइट के बारे में भी बताएंगे, जिससे आपको आवेदन करने एवं सब्सिडी प्राप्त करने में आसानी होगी, तो बने रहे हमारे आर्टिकल में अंत तक।
कुसुम योजना क्या है?
कुसुम योजना सिंचाई से जुड़ी हुई योजना हैं l उत्तर प्रदेश की सरकार ने सिंचाई की समस्या से किसानों को राहत दिलाने के लिए इस योजना को शुरू किया है।जिसके अंतर्गत जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा नहीं उपलब्ध है, उन्हें सोलर पंप खरीदने पर सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान किया जा रहा है।
कुसुम योजना को हर राज्य में शुरू किया गया है। हर राज्य में सब्सिडी दी जा रही है।झारखण्ड की सरकार अपने राज्य की जनता को सहूलियत देने के लिए झारखंड सरकार पेट्रोल सब्सिडी योजना में कैसे करें आवेदन, यहाँ से मिलेगी पूरी जानकारी पेट्रोल सब्सिडी यतोजना की शुरुआत की है।
राज्यों में केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए इस योजना के अंतर्गत किसानों को 90% तक का खर्च सरकार दे रही है।केवल 10% का खर्च किसानों को देना पड़ रहा है।यह तो हम सबको पता ही है कि, फसल लगाने से पहले मिट्टी तैयार करने से लेकर के फसल को काटने तक में खेतों को कितनी बार सिंचाई करना होता है।
सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे सब्सिडी से किसानों को लाभ तो होगा ही, इसके अलावा जो उन्हें सिंचाई के संसाधनों पर अलग से अपने पैसे खर्च करने पड़ते थे। वह पैसे उनके मुनाफे में जुड़ जाएंगे। किसानों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से यह बहुत अच्छी पहल है।
सोलर पैनल जल्दी खराब भी नहीं होता है। इसके रखरखाव में भी बहुत ही कम मेहनत लगती है। सोलर पैनल लगभग 25 वर्षों तक बहुत ही आसानी से चलेगा। किसानों को पहले सिंचाई करने के लिए बिजली की भी जरूरत होती थी।
लेकिन अब सोलर पंप के लग जाने से बिजली बिल में भी कटौती होगी। जिससे किसानों को मुनाफा होगा। इसके अलावा हम आज अपने आर्टिकल में आपको कुसुम योजना में जुड़ने के लिए जरूरी दस्तावेजों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। इसके अलावा यह भी बताएंगे कि पीएम किसान योजना के लाभार्थी की पात्रता क्या होगी।
कुसुम योजना में जुड़ने के लिए जरूरी दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- राशन कार्ड।
- बैंक पासबुक।
- वोटर आईडी।
- आधार कार्ड जो बैंक से लिंक हो।
- मोबाइल नंबर।
- पंजीकरण की कॉपी।
- प्राधिकरण पत्र।
- जमीन के कागजात।
- आय प्रमाण पत्र।
- निवास प्रमाण पत्र।
- पैन कार्ड।
- आयु प्रमाण पत्र।
- शिक्षा संबंधी दस्तावेज अगर हो तो।
कुसुम योजना के लिए पात्रता:
१. आवेदन करने के लिए आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए।
२. अपनी निजी जमीन होनी चाहिए।
३. प्रति मेगावाट के हिसाब से 2 हेक्टेयर भूमि होना अनिवार्य है।
४. 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता का सोलर प्लांट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
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कुसुम योजना के अंतर्गत आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आप उत्तर प्रदेश के कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। www.upagriculture.com
- आपके सामने एक होमपेज आ जाएगा।
- आपको प्रोग्राम के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- आप सोलर एनर्जी के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- कुसुम योजना के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आपके सामने एक नया पेज आ जाएगा।
- पंजीकरण के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- रजिस्ट्रेशन फार्म आएगा।
- फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियों को भरें।
- सबमिट के बटन पर क्लिक करें।
- इस प्रक्रिया को करने के बाद आपका उत्तर प्रदेश कुसुम योजना के अंतर्गत आवेदन हो जाएगा।
कुसुम योजना का उद्देश्य:
सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का एकमात्र उद्देश्य है कि, किसानों को खेती करने के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधा मुहैया कराना। कुसुम योजना के अंतर्गत किसानों के पास सिंचाई करने के बाद भी काफी मात्रा में बिजली बच जाएगी। जिसे वह कंपनियों को बेच पाएंगे।
जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा होगा। इसके अलावा पेट्रोल, डीजल से चलने वाले पंपों से प्रदूषण भारी मात्रा में होती हैं। जबकि सोलर पंपों से प्रदूषण बहुत कम मात्रा में होगी। इस योजना के अंदर पीएम किसान योजना के लाभार्थी भी लाभ ले सकते हैं। इस योजना के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
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सोलर पंप लगवाने के लिए बोरिंग का काम किसानों को स्वयं करवाना पड़ेगा। इस योजना के अंतर्गत सरकार आने वाले कुछ वर्षों में पेट्रोल डीजल से चलने वाले पंप को भी सोलर पंप में बदलने का काम करेगी।
जिससे किसानों को काफी लाभ पहुंचेगा और साथ ही साथ खेती में बिजली से चलने वाली मशीनों को सोलर एनर्जी के द्वारा चलाया जा सकेगा।सोलर पंप की खासियत यह भी है कि 20 से 25 वर्षों तक किसान को हर वर्ष यह एक लाख तक का मुनाफा देगी।
निष्कर्ष
हम आशा करते हैं कि, आपको हमारा यह आर्टिकल ‘कुसुम योजना’ पसंद आया होगा। हमने इस आर्टिकल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सरकार द्वारा सोलर पंप सब्सिडी के बारे में सारी जानकारियां प्रदान की है। हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।