आज के इस आर्टिकल हम सभी लोग हाउस मैटेरियल कॉस्ट पर विस्तारपूर्वक चर्चा करने वाले हैं. यदि आप भी स्वयं का घर बनाने का सपना देख रहे हैं तो आपके लिए हमारा यह पोस्ट बहुत ही ज्यादा लाभकारी सिद्ध होगा.
हम सरिया और सीमेंट के मूल्यों में कितने रुपए तक की गिरावट आई है? इसके बारे में जानकारियां साझा करने वाले हैं.
इसके साथ ही हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि यदि आप कंस्ट्रक्शन का कार्य कर रहे है या करने की सोच रहे है तो आप किस प्रकार से अपने और भी पैसे बचा सकते हैं?
महंगाई भरा दौर चल रहा है
इस बात में कोई भी शक नहीं है कि आज के समयावधि महंगाई भरे दौर में गुजर रही है. जहां पर प्रत्येक वस्तु जरूरत से अधिक महंगा होता चला जा रहा है. जिससे कि सभी लोग बहुत ही ज्यादा परेशान हो चुके हैं.
परेशानी भरे इस दौर में किसी भी व्यक्ति को कहीं से भी कोई राहत की खबर नहीं मिल रही है. जिस वजह से लोगों के बीच में मायूसी का माहौल अक्सर बना हुआ रहता है.
किंतु वर्तमान के समय में एक ऐसी भी खबर निकल कर आ रही है जो इस मायूसी भरे माहौल को प्रसन्नता से परिपूर्ण करने की क्षमता रखती है.
कंस्ट्रक्शन कार्य करने वाले लोगों की तो निकल पड़ी
यदि आप भी कंस्ट्रक्शन कार्य करने वाले व्यक्तियों में संलग्न है तो आपके लिए बहुत ही ज्यादा शुभ समाचार हम इस पोस्ट पर ले करके आए हैं. और वह यह है कि कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में गिरावट आई है.
जिससे सभी लोग आश्चर्यचकित तो हैं ही इसके साथ ही बहुत ही ज्यादा प्रसन्न भी हैं. आपको बता दें कि जो भी व्यक्ति इस समयावधि में कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स को खरीद करके अपने निर्माण कार्य को प्रारंभ कर देता है.
तो उसके लिए सबसे ज्यादा मुनाफे का सौदा साबित होगा. क्योंकि एक ओर जहां कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्यों में गिरावट देखी जा रही है, वहीं यदि मीडिया रिपोर्टों की मानें तो भविष्य में यह गिरावट और भी ज्यादा हो सकती है.
लोगों की जमा पूंजी चली जाती है
वैसे तो मध्यवर्गीय तथा निम्न वर्गीय परिवारों में सभी लोग पैसों को बचाने को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं. अर्थात यह है की जितनी आवश्यकता है उतनी ही वस्तुओं को खरीदें तथा उनका प्रयोग करें और शेष बचे हुए को संभाल कर रख लें.
यदि बात की जाए पैसों की तो वैसे भी जिस हद तक हो सके उस हद तक बचाए जाते हैं और बचा बचा कर के इन्हीं पैसों से एक जमा पूंजी खड़ी कर दी जाती है.
लोगों के द्वारा जमा की गई यह पूंजी अक्सर वह अपने सपनों को पूर्ण करने में झोंक देते हैं. ज्यादातर लोगों का स्वयं का अपना घर बनाने का सपना होता है.
वे इस सपने को पूर्ण करने हेतु अपने इस जमा पूंजी को पूरी तरह से झोंक देते हैं.
क्या आपकी भी है यह इच्छा?
ज्यादातर लोगों के द्वारा सर्वप्रथम यही स्वप्न देखा जाता है कि वह अपने लिए एक घर को बनाएं. किंतु सभी लोगों से यह स्वप्न पूर्ण नहीं हो पाता है.
क्योंकि जितना सरल यह सपना देखने और कहने सुनने में लगता है, उतना सरलतापूर्ण नहीं होता है.
अर्थात यह है कि अपनी कल्पना के मुताबिक घर को बनाना एक चुनौती है. इसके लिए बहुत ही सारे पैसों की आवश्यकता होती है और साथ ही साथ समय भी देना होता है.
इसके मध्य में एक विशेष बात का भी ख्याल रखा जाता है, यदि निर्माण कार्य को पैसों की कमी के कारण मध्य में ही रोक दिया जाता है तो फिर वहां से उसको प्रारंभ करने में और भी ज्यादा खर्च आता है.
इस वजह से निर्माण कार्यों को करने से पहले एक प्रॉपर बजट तैयार करना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है.
कितने रुपए की होगी बचत
वैसे तो कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के दामों पर उतार-चढ़ाव लगा ही रहता है. लेकिन इस समय यदि आप इनके मूल्यों पर नजर डाले तो अभी यह पहले की तुलना में बहुत ज्यादा कम मूल्य पर बाजार में उपलब्ध है.
जहां पहले सरिया का मूल्य ₹75000 प्रति टन के हिसाब से चल रहा था. वही यह इन दिनों 65000 रुपए प्रति टन पर आ टिका है. वही बात की जाए ब्रांडेड सरिया कंपनियों की तो उनके भी मूल्यों में गिरावट आई है.
इसके साथ ही साथ सीमेंट के मूल्यों में भी कमी देखी जा सकती है. ₹400 में मिलने वाले बिरला उत्तम सीमेंट में ₹20 की कमी आई है, अर्थात अभी यह बाजार में ₹380 में उपलब्ध है.
इसके साथ ही अल्ट्राटेक सीमेंट अंबुजा सीमेंट तथा एसीसी सीमेंट के मूल्य में भी कमी आई है. यदि इस समयावधि में आप सीमेंट की खरीदारी करते हैं तो आप इस समय ₹10 से लेकर के ₹20 के मध्य तक की बचत आसानी से कर सकते हैं.
इस उतार-चढ़ाव का कारण क्या?
सबके मन में यह बात भी अवश्य ही आ रहे होगे कि जहां संपूर्ण देश पर सब वस्तुओं की कीमतें इतनी महंगी होती चली जा रही है.
वहां पर कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स जैसे वस्तुओं के मूल्य इतनी कम कैसे होती चली जा रही है?
तो हम बता दें कि अभी अभी मानसून के समय अवधि समाप्त हुई है और उस समय अवधि में देश के बहुत सारे क्षेत्रों में बहुत ही जोरदार वर्षा हो रही थी.
जिसके परिणाम स्वरुप निर्माण कार्यों को कर पाना बहुत ही ज्यादा कठिन था.
ऐसे में कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स की डिमांड में बहुत ही ज्यादा गिरावट आई थी. अब जब उनके डिमांड में ही गिरावट आ गई तो इन के मूल्य में भी गिरावट आना स्वभाविक था.
निष्कर्ष:
आज के इस आर्टिकल में हम सभी लोगों के समक्ष कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स को लेकर के जो नई अपडेट आ रही है इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा की है. हमें आशा है कि हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई सभी जानकारियां आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आई होगी.