UP Board Exam 2023: पहले ही दिन 4 लाख से ज्यादा छात्रों ने छोड़ दी परीक्षा

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की परीक्षा को शुरू कर दिया गया है। पूरे उत्तर प्रदेश राज्य में बोर्ड परीक्षा को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इस वजह से हर साल की तरह बहुत सारे बच्चे परीक्षा के दिन परीक्षा सेंटर पर उपलब्ध नहीं है।

आपको बता दें कि इस साल यूपी बोर्ड में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के लिए लगभग 5800000 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।

मगर परीक्षा सेंटर पर बहुत सारे बच्चे अनुपस्थित थे जिस वजह से परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या में काफी गिरावट देखने को मिली है।

अगर आप यूपी बोर्ड से जुड़ी नई अपडेट के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

UP Board Exam 2023

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षा 16 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित की जा रही है।

पिछले साल से सबक लेकर इस साल यूपी बोर्ड के शिक्षा परिषद के द्वारा इस परीक्षा को काफी कड़ी निगरानी में आयोजित किया गया है।

लगातार बहुत सारे बच्चे चीटिंग करने के आरोप में निलंबित होते जा रहे हैं। इस डर से बहुत सारे बच्चे परीक्षा सेंटर पर परीक्षा के दिन उपस्थित नहीं हो रहे हैं।

यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हुई है। दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों को पहले दिन हिंदी विषय की परीक्षा देनी थी।

इसके साथ ही आपको बता दें कि परीक्षा परिषद पर काफी कड़ी निगरानी रखी गई थी।

यूपी बोर्ड के शिक्षा परिषद के द्वारा विशेष शिक्षकों की टीम तैयार की गई है जो अलग-अलग जगहों पर छापा मारने का कार्य कर रही है।

इसी प्रक्रिया से मालूम चलता है कि कुछ विद्यार्थी परीक्षा स्थल पर समय पर उपस्थित नहीं थे, वहीं कुछ विद्यार्थियों के पास एडमिट कार्ड नहीं था तो कुछ विद्यार्थी चीटिंग करने के कारण निलंबित कर दिए गए।

यह परीक्षा 3 मार्च तक चलने वाली है और रोजाना विद्यार्थियों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। परीक्षा के अंत में पता चलेगा कि कितने विद्यार्थी यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल हो पाए हैं।

पहले ही दिन क्यों अनुपस्थित रहे छात्र  

कुछ विश्वशनीय सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी से यह पता चला है कि यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हुई थी और पहले ही दिन लगभग 4 लाख बच्चे परीक्षा स्थल पर अनुपस्थित पाए गए।

यूपी बोर्ड में हर साल बड़े पैमाने पर रजिस्ट्रेशन देखने को मिलता है मगर बहुत सारे बच्चे परीक्षा के लिए अनुपस्थित रहते हैं।

वर्तमान समय में बच्चों के अनुपस्थित रहने के कारण को स्पष्ट नहीं किया गया है। मगर कुछ सूत्रों से यह मालूम चला है कि निगरानी बहुत कड़ी होने के कारण बहुत सारे बच्चे डर से परीक्ष स्थल पर अनुपस्थित रहे।

हालांकि कुछ बच्चे एडमिट कार्ड के बिना आए थे जिस वजह से वह परीक्षा नहीं दे पाए हैं वहीं कुछ बच्चों को चीटिंग की वारदात में निलंबित भी किया गया है।

बहराल 58 लाख से अधिक बच्चों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था मगर काफी बड़ी तादाद में बच्चे अनुपस्थित पाए गए हैं।

परीक्षा स्थल पर बच्चों के अनुपस्थित होने की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। यूपी बोर्ड की परीक्षा 3 मार्च तक चलने वाली है जिस वजह से परीक्षा समाप्त होने के बाद ही स्पष्ट रूप से मालूम चलेगा कि कुल कितने बच्चे परीक्षा में अनुपस्थित रहे हैं।

निष्कर्ष

आज इस लेख में हमने आपको सरल शब्दों में यह समझाने का प्रयास किया है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा बोर्ड परीक्षा का आयोजन किस तरह से किया गया है और इस वजह से कितने बच्चे बोर्ड परीक्षा के लिए अनुपस्थित रहे हैं।

अगर हमारे द्वारा साझा जानकारियों को पढ़ने के बाद आप यह समझ पाए हैं कि बोर्ड परीक्षा के लिए अनुपस्थित रहे बच्चों का कारण क्या है, तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव और विचार कमेंट में बताना ना भूलें।

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