उत्तर प्रदेश राज्य के छात्र छात्राओं के लिए यह समय एक अत्यंत गंभीर तथा उत्साह पूर्ण समय है क्योंकि परीक्षा परिणाम कभी भी जारी हो सकते हैं। ऐसे में छात्रों की मंशा कैसी होगी? इस विषय में जान पाना प्रत्येक व्यक्ति के बस की बात नहीं है। किंतु आज के इस पोस्ट में हम सभी लोग उत्तर प्रदेश राज्य में हुई यूपी बोर्ड परीक्षा से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियों को विस्तार पूर्वक जानने का प्रयास करेंगे।
इसके साथ ही साथ हम उन सभी तथ्यों पर भी विचार विमर्श करेंगे। जो इन दिनों सुर्खियों में है। उत्तर प्रदेश राज्य में अभी हाल फिलहाल यूपी बोर्ड परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित करवाई गई थी। लेकिन अब परीक्षार्थियों को केवल प्रतीक्षा है, तो परीक्षा परिणामों के जारी होने की। लेकिन परीक्षा परिणाम जारी होंगे कब? इसके विषय में भी जानकारी अभी अधिकारिक तौर से घोषित नहीं की गई है।
तिथि निर्धारण की बाधा
अब अत्यंत आवश्यक विषय यह भी है, कि जिस समय में यूपी बोर्ड ने परीक्षा को आयोजित करवाया था।
उस समय अवधि में ही निकाय चुनाव भी होने को थे। ऐसे में दोनों को एक ही समय पर करवा पाना एक अत्यंत कठिन कार्य था।
ऐसे में प्रशासन तथा बोर्ड दोनों के समक्ष ही यह एक समस्या के रूप में उभर कर के आ गई थी।
जिससे निपटारा कर पाना कोई मामूली बात नहीं थी। आखिर में सुप्रीम कोर्ट क्रियाशील हुई। और उसने छात्रों के हित में निर्णय सुनाया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश राज्य में निकाय चुनाव की समयावधि को आगे बढ़ा दिया गया।
जिससे कि उत्तर प्रदेश राज्य में यूपी बोर्ड परीक्षा के सफलतापूर्वक और बिना किसी परेशानी के आयोजित करवाई जा सके।
क्या आप की भी पड़ी इस झूठी खबर पर नजर?
अब जाहिर तौर से इस विषय में भी प्रत्येक छात्र को जानकारी होगी कि अभी हाल फिलाल इंटरनेट पर एक स्क्रीनशॉट काफी तेजी के साथ वायरल हो रही है।
जिसमें 5 अप्रैल 2023 को यूपी बोर्ड परीक्षा के द्वारा परीक्षा परिणामों को जारी किए जाने की बात कही गई है।
लेकिन इस स्क्रीनशॉट को और भी अधिक असली प्रतीत करवाने हेतु इसमें सचिव दिव्य कांत शुक्ला के भी हस्ताक्षर मौजूद है।
जो कि प्रत्येक व्यक्ति को सोचने पर मजबूर कर दे रहे हैं कि यह असली है अथवा नकली!
तो हम आपको बता दें कि बोर्ड के द्वारा एक अधिकारी घोषणा की गई। जिसमें इस स्क्रीन शॉट को पूर्णता फर्जी घोषित कर दिया गया है।
इसके साथ ही साथ प्रशासन तथा बोर्ड ने भी यह आश्वासन दिया कि वह उस व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही भी करेगी। जिसने इस नकली खबर को फैलाने का घिनौना कार्य किया है।
आधी से भी अधिक उत्तर पुस्तिका जांची गई
आपकी जानकारी हेतु हम आप को इस बात से अवगत करवा दें कि उत्तर प्रदेश राज्य में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जोरों शोरों से चल रहा है।
जिसके परिणाम स्वरुप आधी से भी अधिक उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा चुकी है।
आपको हम बता दें कि 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाएं जांचने हेतु शिक्षकों को दी जा चुकी है।
अब हम आपको इस बात से भी अवगत करवाना चाहेंगे कि इस आंकड़े में दसवीं तथा बारहवीं दोनों ही छात्रों की उत्तर पुस्तिका सम्मिलित की गई है।
कुछ दिनों में ही उत्तर पुस्तिकाएं पूरी तरह से जांच ली जाएगी। तत्पश्चात परीक्षा परिणामों को भी बिना किसी बाधा के जारी किया जा सकेगा।
क्या आपको भी है संदेह ?
सामान्यतः उत्तर प्रदेश राज्य में जब परीक्षा ली जाती है, तो 40 दिन के भीतर ही उत्तर पुस्तिकाओं की जांच हो जाती है तथा परीक्षा परिणामों को जारी कर दिया जाता है।
ऐसे में छात्रों के मन में संदेह होता है कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में लापरवाही बरती तो नहीं जा रही है! तो हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश बोर्ड ऐसी कोई भी लापरवाही नहीं कर रहा है।
वैसे तो उत्तर प्रदेश राज्य में इस बार की बोर्ड परीक्षा प्रशासन तथा बोर्ड के द्वारा सख्त तरीके से ली गई थी।
इसी प्रकार से परीक्षा परिणामों को जारी करने में भी किसी भी प्रकार से कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
निम्न तथ्यों को जानें
यदि आप सोच रहे हैं कि उत्तर प्रदेश राज्य में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में किसी भी तरह से कोई लापरवाही हो सकती है, तो निम्न तथ्यों के विषय में आपको जानना चाहिए।
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य हेतु प्रदेश में कुल 258 केंद्रों की नियुक्ति की गई है। जहां पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हो रहा है।
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य से पूर्व ही शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसे उत्तर पुस्तिकाएं अच्छी तरह से जांची जा सके।
जिन भी केंद्रों में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हो रहा है। उस केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू की गई है।
जिन भी केंद्रों में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हो रहा है। उन केंद्रों में सीसीटीवी कैमरास भी लगे हुए हैं। जिससे कि संबंधित अधिकारी अपने दफ्तर में बैठे-बैठे की निगरानी कर सके।
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होने के पश्चात सभी उत्तर पुस्तिकाओं को एक स्थान पर जमा किया जाता है।
तथा वहां पर कुछ संबंधित अधिकारी पुनः से रैंडम चेकिंग करते हैं। जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच अच्छे से हो रही है अथवा नहीं!
उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य सुबह 9:00 बजे प्रारंभ होगा तथा वह संध्या 5:00 तक जारी रहेगा।
इस दौरान परीक्षकों को कक्षा के अंदर मोबाइल फोन अथवा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज लेकर नहीं जाना है।
परिक्षक संध्या 5:00 से पूर्व कक्ष को नहीं छोड़ सकते हैं और ना ही संध्या 5:00 बजे के पश्चात वह कक्ष में रुक सकते हैं।
इंटरमीडिएट स्कूल के शिक्षकों को प्रतिदिन 45 उत्तर पुस्तिका जांचने हेतु दी जाती है।
वही इंटरमीडिएट स्कूल के शिक्षकों को हर दिन 50 उत्तर पुस्तिकाएं जांचने हेतु दी जाती है।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष यूपी बोर्ड परीक्षा से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित कर दी है।
हमें आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान की गई यह सारी जानकारियां आप को लाभान्वित करने हेतु पर्याप्त होंगी।