7वां वेतन आयोग: सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, 3.68 गुना होगा मूल वेतन
केंद्र सरकार की तरफ से सातवां वेतन आयोग संचालित किया जा रहा है। इस वेतन आयोग के अंतर्गत सभी कर्मचारियों की तनख्वाह तेजी से बढ़ रही है। सातवां वेतन आयोग के अनुसार सभी सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते 2 साल में दो बार बढ़ाया जाएगा।
इस वजह से कर्मचारियों के मूल वेतन पर भी पानी पड़ रहा है वर्तमान समय में किसी कर्मचारी का वेतन कितना है और कितनी तेजी से बढ़ रहा है इसकी जानकारी आज के लेख में दि गई है।
सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत कर्मचारियों की तनख्वाह महंगाई भत्ता के बढ़ने से तेजी से बढ़ रही है। 30 कर्मचारी की तनख्वाह कितनी तेजी से बढ़ रही है इसे समझने के लिए कुछ सूचीबद्ध जानकारी नीचे प्रस्तुत की गई है उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें।
सातवां वेतन आयोग क्या है?
सभी सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह वेतन आयोग द्वारा निर्धारित की जाती है। वेतन आयोग सरकार द्वारा गठित कुछ विशेषज्ञों की समूह है जो सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह का विश्लेषण करती है।
इस आयोग के अनुसार हर 10 साल में एक नई तनख्वाह नीति की आवश्यकता होती है। इसी वजह से सरकार हर 10 साल में एक नए वेतन आयोग का गठन करती है।
आजादी के बाद से अब तक सात वेतन आयोग गठित किया गया है। सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू किया गया था। इसके अनुसार बेसिक सैलरी को बढ़ाया गया था मूल वेतन के आधार पर साल में दो बार महंगाई भत्ता लागू करने का नियम लागू किया गया था।
हर बार जब वेतन आयोग लागू किया जाता है हर कर्मचारी का मूल वेतन रिवाइस होता है जिससे उसकी तनख्वाह बढ़ जाती है। आठवां वेतन आयोग 2026 में लागू किया जाएगा।
वर्तमान समय में संचालित सातवां वेतन आयोग के अनुसार केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता साल में दो बार 4% से बढ़ाया जाता है। राज्य सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता साल में दो बार 3% से बढ़ाया जाता है।
सातवां वेतन आयोग में कर्मचारियों को तनख्वाह कैसे मिलती है?
अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं और सरकारी नौकरी में मिलने वाली सुविधा और अधिक तनख्वाह की वजह से आकर्षित है तो आपको यह मालूम होना चाहिए कि वर्तमान समय में सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत कर्मचारियों को तनख्वाह कैसे दी जाती है।
सभी सरकारी कर्मचारी के लिए एक मूल वेतन निर्धारित किया गया है। यह मूल वेतन कर्मचारी के पद के अनुसार निर्धारित किया जाता है।
ऊंचे पद पर बैठे कर्मचारी का मूल वेतन अधिक होता है और निचले पद के अधिकारियों का मूल वेतन कम होता है। अब हर कर्मचारी को महंगाई भत्ता हर महीने दिया जाता है।
सबसे पहले महंगाई भत्ता 0% होता है मगर जनवरी के महीने में महंगाई भत्ता 4% से बढ़ता है उसके बाद जुलाई के महीने में फिर महंगाई भत्ता 4% बढ़ता है। इस तरह एक केंद्र सरकारी कर्मचारी की तनख्वाह में 1 साल में 8% की बढ़ोतरी महंगाई भत्ता से होती है।
इस तरह कर्मचारी को उसके मूल वेतन का कुछ प्रतिशत महंगाई से लड़ने के लिए महंगाई भत्ता के रूप में दिया जाता है। महंगाई भत्ता का प्रतिशत हर साल बढ़ता जाता है और बढ़ते हुए जब कर्मचारी का महंगाई भत्ता 50% हो जाता है।
तो उस रकम को उसके मूल वेतन में जोड़ कर उसका नया मूल वेतन तैयार कर दिया जाता है। इस तरह सरकारी नौकरी में सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और राज्य सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह में महंगाई भत्ता की वजह से तेजी से इजाफा देखने को मिलता है।
सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह कितनी बढ़ने वाली है?
जैसा कि हमने आपको बताया साल में दो बार महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है। केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की बात करें तो जनवरी महीने में और जुलाई के महीने में महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की जाती है।
सरकार ने हाल ही में ऐलान किया है कि केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह में 4% महंगाई भत्ता बढ़ाया जाएगा और राज्य सरकार के सरकारी कर्मचारियों में 3% महंगाई भत्ता बढ़ाया जाएगा।
दिए गए निर्देश अनुसार हर साल महंगाई भत्ता कुछ बढ़ता जाता है और कुछ सालों में 50% महंगाई भत्ता हो जाता है। जिस कर्मचारी का महंगाई भत्ता उसके मूल वेतन का 50% हो जाता है।
उस कर्मचारी के मूल वेतन को रिवाइज करके बढ़ा दिया जाता है। मूल वेतन रिवाइज होने के बाद महंगाई भत्ता फिर से 4% हो जाता है। यही कारण है कि किसी पुराने कर्मचारी की तनख्वाह काफी अधिक हो सकती है वहीं किसी नए कर्मचारी की तनख्वाह पर महंगाई भत्ता का ज्यादा असर नहीं भी हो सकता है।
किस कर्मचारी को कितनी तनख्वाह मिलेगी
वेतन आयोग के अंतर्गत बढ़ने वाली तनख्वाह का असर किस कर्मचारी पर किस तरह पड़ने वाला है इसे स्पष्ट शब्दों में कहा नहीं जा सकता है। अलग-अलग पद के कर्मचारी का मूल वेतन अलग अलग होता है और मूल वेतन पर लगने वाला महंगाई भत्ता का प्रतिशत अलग-अलग हो सकता है।
इस वजह से कुछ कर्मचारियों को महंगाई भत्ता बढ़ने से बहुत अधिक फायदा होता है तो किसी कर्मचारी को महंगाई भत्ता बढ़ने से ज्यादा अधिक फायदा नहीं होता है। महंगाई भत्ता के बढ़ने से सबसे अधिक तनख्वाह उस कर्मचारी की बढ़ेगी जो ज्यादा समय से सरकारी नौकरी कर रहा है। इसके अलावा ऊंचे पद पर बैठे लोगों को भी अधिक मूल वेतन का लाभ मिलता है।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको बताया कि किस करमचारी की तनख्वाह कितनी पड़ने वाली है और सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत बढ़ने वाली तनख्वाह का असर किस प्रकार पड़ने वाला है।
अगर हमारे द्वारा साझा की गई जानकारियों को पढ़ने के बाद आप सरकारी नौकरी में मिलने वाली तनख्वाह के बारे में अच्छे से समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें।