हमारे देश में युवा इन दिनों कई सारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी किया करते हैं जो कि कदापि सरल नहीं होती है।
आज के इस पोस्ट में हम सभी लोग ऐसे ही कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स में से एक सर्वाधिक प्रतियोगिता वाली परीक्षा पर विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे।
आप में से शायद अधिकतर लोगों ने इसका अनुमान भी लगा लिया होगा कि हमारे देश में सर्वाधिक कंपटीशन का एग्जाम कौन सा है?
इन दिनों युवाओं में जिलाधिकारी बनने की सनक काफी तेजी के साथ बढ़ रही है।
परिणाम स्वरूप युवाओं के साथ साथ किशोर किशोरियां भी अपने विद्यालय समाप्त होने के पश्चात से ही इस परीक्षा की तैयारियों में जुट जाते हैं।
क्या है UPSC?
UPSC अर्थात यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन को लोक संघ सेवा आयोग के नाम से भी जाना जाता है।
UPSC के द्वारा हर साल सिविल सर्विसेज की परीक्षा कंडक्ट कराई जाती है।
हर साल लाखों की संख्या में इस परीक्षा में इच्छुक अभ्यर्थी हिस्सा लेते हैं। किंतु 200 में से 2 अथवा 3 ही अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफल होने की क्षमता रखते हैं।
इस परीक्षा को पास करने के पश्चात IAS, IPS, IFS जैसी अन्य 24 पोस्टों में उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाती है। इस परीक्षा को भारत, नेपाल, भूटान के इच्छुक उम्मीदवार दे सकते हैं।
किंतु नेपाल, भूटान के Aspirant IAS तथा IPS जैसे पोस्ट पर नियुक्त नहीं किए जा सकते हैं। UPSC परीक्षा पास करने के लिए परीक्षार्थियों को काफी अधिक परिश्रम करनी होती है।
क्या होता है परीक्षा पैटर्न?
सिविल सर्विसेज की परीक्षा को मुख्य रूप से 3 स्टेज में डिवाइड किया गया है।
अभ्यर्थियों को इन तीनों स्टेज को QUALIFY करना होता है। योग्यता के आधार पर प्रत्येक स्टेज में Aspirant को एलिमिनेट किया जाता है।
प्रथम स्टेज होता है, PRELIMS जिसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन होते हैं। वही दूसरा स्टेज होता है, MAINS जिसमें सब्जेक्ट टाइप क्वेश्चन होते हैं। वहीं अंत में आता है INTERVIEW जिसे पर्सनैलिटी टेस्ट भी कहा जाता है।
अक्सर Aspirant PRELIMS और MAINS तो क्वालीफाई कर जाते हैं किंतु वह INTERVIEW में क्वालीफाई नहीं कर पाते हैं क्योंकि INTERVIEW में व्यक्तित्व के साक्षात्कार के साथ-साथ दिमाग घुमा देने वाले प्रश्न पूछे जाते हैं।
परिणाम स्वरूप हमने कुछ इंटरव्यू में पूछे गए प्रश्नों को नीचे में उपलब्ध करवाया है। जिससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि इंटरव्यू में किस प्रकार के क्वेश्चन पूछे जा सकते हैं?
क्या आप दे सकते हैं, निम्न प्रश्नों का उत्तर?
# आप सिर्फ 2 का प्रयोग करते हुए 23 को कैसे लिख सकते हैं ?
– 22+2/2
# किस इंसान का कहीं कोई टिकट नहीं लगता ?
-नवजात शिशु का
# पासवर्ड को हिंदी में क्या कहते हैं ?
-कूट शब्द
# किस साइड का फासला छोटा होता है ?
-बाएं साइड का , ताकि दिल को जगह मिल सके।
# कौन सा जीव है जो जीभ से कान साफ कर लेता है?
-जिराफ
कितने पेपर देने होते हैं?
हमारे देश में UPSC की परीक्षा को एक अत्यंत जटिल तथा कठिन परीक्षा माना जाता है। यदि कोई उम्मीदवार इस परीक्षा को दे कर के सरकारी अधिकारी बनना चाहता है।
तो फिर उसे इस बारे में पता होना चाहिए कि इस परीक्षा में किस प्रकार से प्रश्न पूछे जाते हैं? और कितने पेपर होते हैं?
प्रीलिम्स में 2 पेपर होते हैं। जिसे GS तथा CSAT कहा जाता है। MAINS में 9 पेपर होते हैं जिसमें से दो ऑप्शनल विषय होते है।
PRELIMS क्वालीफाई करने के पश्चात MAINS क्लियर करना होता है। MAINS क्लियर होने के पश्चात ही अभ्यर्थियों को इंटरव्यू देने का सौभाग्य प्राप्त हो पाता है। इंटरव्यू में सर्वाधिक Aspirant को एलिमिनेट किया जाता है।
मेरिट लिस्ट के बारे में जाने
मेरिट लिस्ट से ही इस बात का निर्धारण होता है, कि Aspirant आईएएस, आईपीएस अथवा अन्य किस पोस्ट पर नियुक्त किए जाएंगे अथवा उन्हें अगले वर्ष पुनः से प्रयास करना होगा!
तो हम आपको बता दे कि PRELIMS के दो पेपर होते हैं। GS और CSAT दोनों पेपर ही 200 – 200 अंक के होते हैं।
किंतु यह दोनों ही पेपर क्वालीफाइंग पेपर्स होते हैं। अर्थात इन्हें क्वालीफाई करने के पश्चात ही Aspirant मेंस लिख सकते हैं।
मेंस में टोटल 9 पेपर होते हैं। प्रत्येक पेपर 250 अंक के होते हैं। वहीं निबंध लेख भी होता है। वैकल्पिक विषय मेरिट लिस्ट में स्थान दिलाने हेतु सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते हैं।
वैकल्पिक विषय का चयन सावधानी पूर्वक करना होता है क्योंकि वैकल्पिक विषय 500 अंक के होते हैं। इतना सब करने के पश्चात आखिर में Aspirant इंटरव्यू में पहुंचते हैं।
इंटरव्यू में Aspirant के व्यक्तित्व का साक्षात्कार किया जाता है। उसके बाद 250 अंक में से उन्हें प्राप्तांक प्रदान किया जाता है।
UPSC की तैयारी कैसे शुरू करें?
UPSC एक कॉम्पिटेटिव एक्जाम है। इसे कई सारे Aspirant एक ही बार में पास नहीं कर पाते है।
इस परीक्षा को पार करने के लिए कड़ी मेहनत, अनुशासन तथा दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है।
इसकी तैयारी मध्यम गति से की जाती है। प्रारंभ में तो फाउंडेशन को स्ट्रांग करने में ही ध्यान केंद्रित किया जाता है।
जिसके लिए टॉपर्स के साथ-साथ शिक्षक भी यह सलाह देते हैं कि प्रारंभ में Aspirant को NCERTs को कवर करना चाहिए।
NCERTs को अच्छी तरह से कवर करने के पश्चात ही स्टैंडर्ड बुक्स की ओर रुख करना चाहिए।
इस प्रकार से इन स्टैंडर्ड बुक्स को समझने में आसानी होती है और इसका अप्रत्यक्ष प्रभाव मेंस एग्जाम में देखने को मिलता है।
कितने attempts होते है?
UPSC एक बहुत ही अधिक कठिन परीक्षा है। जिसे कई सारे Aspirant तो प्रथम प्रयास में निकाल भी नहीं पाते हैं। ऐसे में UPSC एग्जाम लिखने के कुछ attempts होते हैं।
जैसे कि जनरल कैटेगरी में आने वाले Aspirant 32 वर्ष की आयु तक 6 अटेम्प्ट दे सकते हैं। ओबीसी कैटेगरी में आने वाले Aspirant 35 वर्ष की आयु तक 9 अटेम्प्ट दे सकते हैं।
अगर बात की जाए एसटी/एससी की तो इनके लिए कोई लिमिट नहीं है। 37 वर्ष की आयु तक यह Aspirant जितनी बार चाहे उतनी बार परीक्षा दे सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष UPSC की परीक्षा के इंटरव्यू में पूछे गए प्रश्न के उत्तर प्रदान किए हैं।
हमें आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान की गई जानकारी के पश्चात आपको इसका अनुमान लग गया होगा कि आखिर UPSC परीक्षा होती क्या है?