भारत का वैज्ञानिक संगठन इसरो लगातार एक से बढ़कर एक कीर्तिमान रच रहा है और दुनिया के सभी देशों को यह जानकारी दे रहा है कि अब भारत भी किसी से कम नहीं। जी हां हमे ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 14 जुलाई को भारत द्वारा chandrayaan-3 लांच किया गया था और इसके बाद भारत द्वारा सिंगापुर से एक साथ सात सेटेलाइट को लांच किया गया है।
इस मिशन में PSLV-C56 ने भी उड़ान भरी है। अब अगर आप जानना चाहते हैं कि सिंगापुर से भेजे गए 7 सैटेलाइट कौन-कौन से हैं और इनको भेजने के पीछे क्या मकसद है तो आप इस वक्त बिल्कुल सही जगह पर मौजूद है।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको विस्तार पूर्वक और अच्छे से समझ आने वाले हैं कि आखिर क्यों chandrayaan-3 लांच होने के जल्द बाद ही इसरो को 7 और सैटेलाइट लॉन्च करने की आवश्यकता हुई।
ऐसा इसरो द्वारा क्यों किया गया। इसके साथ साथ हम आपको यह भी बताएंगे कि यह सेटेलाइट लांच करने के पीछे इजरो का क्या मकसद है।
अब आपको यह सारी जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त करने के लिए हमारा आर्टिकल अंत तक पढ़ना होगा।
भारत ने लगातार दो हफ्तों में किया दो सफल मिशन
आज से 2 हफ्ते पहले यानी कि 14 जुलाई 2023 को भारत द्वारा chandrayaan-3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।
हालांकि यह अभी पूरा नहीं हुआ है और अभी हमारा chandrayaan-3 चंद्रमा पर जा रहा है।
इस मिशन के अंतर्गत chandrayaan-3 23 अगस्त को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है।
तब तक भारत ने सिंगापुर से 7 और सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। यह देखकर विश्व के सारे स्पेस एजेंसी चौक गए हैं और भारत की स्पेस एजेंसी का चारों तरफ तारीफ ही तारीफ हो रहा है।
सभी लोग भारत की तारीफ कर रहे हैं और इसी के चर्चे इस समय पूरे विश्व में है।
अब पूरा विश्व भारत का लोहा मान चुका है और सभी लोग जान चुके हैं कि भारत भी अब किसी से कम नहीं है।
भारत लगातार मिसाइल लांच कर रहा है और अंतरिक्ष की रहस्यमई चीजों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा है।
दुनिया की बड़ी बड़ी स्पेस एजेंसीया भी भारत की तारीफ कर रही है और इसके साथ काम करना चाहती हैं।
भारत के 2 हफ्तों में लगातार दो सफल मिशन को देखकर सभी चौक गए है भारत की वैज्ञानिक संगठन इसरो की तारीफ कर रहे हैं।
यह सेटेलाइट करेगा सिंगापुर की सरकार को नक्शा बनाने में मदद
खबर के मुताबिक यह जानकारी मिली है कि भारत ने सिंगापुर के कहने पर सिंगापुर से 7 सैटेलाइट को अंतरिक्ष में लांच किया है।
भारत और सिंगापुर द्वारा मिलकर यह सेटेलाइट सफलतापूर्वक लांच किया जा चुका है।
लेकिन अगर यह सफलतापूर्वक अपने काम को करता है तो इससे सिंगापुर की सरकार को अपने देश का नक्शा बनाने में काफी ज्यादा मदद मिलेगा।
इससे सिंगापुर सरकार अपने देश के कोने कोने की तस्वीरें खींच सकते हैं। जी हां अगर एक बार यह सही जगह पर सेट हो जाता है तो इसके माध्यम से सिंगापुर के कोने कोने की तस्वीरें खींची जा सकती है।
इस सेटेलाइट की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हर मौसम में और हर समय दिन हो या रात कभी भी किसी भी तरह की तस्वीर खींचने में सफल है।
इससे सिंगापुर की सरकार को काफी मदद मिलेगा और एक ही साथ पूरे सिंगापुर का नक्शा बनकर तैयार हो जाएगा।
सिंगापुर के सरकार को सिंगापुर की हर एक गली के बारे में जानकारी मिल जाएगी और हर गली की तस्वीरें इस सेटेलाइट के माध्यम से खींचा जा पाएगा।
लांच किए गए सभी सैटेलाइट के नाम कुछ इस प्रकार से है
अब जो लोग भारत द्वारा लांच किए गए सभी सैटेलाइट का नाम जानना चाहते हैं तो वह इस आर्टिकल को नीचे ध्यानपूर्वक पढ़ें। हम आपको बारी-बारी सभी सेटेलाइट का नाम बताते हैं।
VELOX-AM
ARCADE
SCOOB-II
NuLIoN
Galassia-2
ORB-12 STRIDER
ऊपर सभी सेटेलाइट के नाम बताए गए हैं जिन्हें अलग-अलग स्पेस एजेंसी के द्वारा लांच किया गया है और सभी का अलग-अलग कार्य है।
निष्कर्ष
यह आर्टिकल उन सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाला है जो लोग भारत की स्पेस एजेंसी इसरो की सफलता की बारे में जानना चाहते हैं।इसरो ने 2 हफ्तों के अंतराल में लगातार दो सफल मिशन को कामयाबी दी है।14 जुलाई को chandrayaan-3 को इसरो द्वारा लांच किया गया और उसके मात्र 2 हफ्ते बाद ही सिंगापुर से 7 सेटेलाइट को लांच किया गया।
यह किसी भी स्पेस एजेंसी के लिए काफी बड़ी उपलब्धि होती है। हमने आपको आज इस आर्टिकल में इसरो की उपलब्धियों के बारे में बताया है। इसके अलावा यह भी जानकारी दी है कि सिंगापुर से लांच किए गए 7 सैटेलाइट के कार्य क्या है और इसे क्यों लांच किया गया है।
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