DA Rates Chart Table: देश में महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ रही है और इस समस्या को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की महंगाई दर में वृद्धि की घोषणा की है। इस वृद्धि को निर्धारित करने के लिए एआईसीपीआई इंडेक्स का उपयोग किया जाता है। एआईसीपीआई इंडेक्स महंगाई दर के आधार पर तय किया जाता है, और सरकार उस आधार पर कर्मचारियों के डीए रेट को निर्धारित करती है। इस आधार पर, कर्मचारियों के dearness allowance में बढ़ोतरी की जाती है। हाल कुछ समय से, एआईसीपीआई इंडेक्स में काफी उछाल देखने को मिल रहा है, इसलिए यहाँ एक संभावित वृद्धि की ओर संकेत किया जा रहा है कि कर्मचारियों के dearness allowance में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार ने अद्यतित डीए रेट्स में अक्टूबर महीने में 4% तक की वृद्धि करने की संभावना जताई जा रही है। वर्तमान में कर्मचारियों को 42% डीए के आधार पर सैलरी दी जा रही है। इस संदर्भ में, नई एआईसीपीआई इंडेक्स के आधार पर यह संकेतित किया जा रहा है कि कम से कम 4% तक की डीए में वृद्धि की जा सकती है।
इसलिए, आइए जानते हैं कि डीए रेट्स में यह वृद्धि कैसे होती है और इसकी गणना कैसे की जाती है।
DA Rates Chart Table
केंद्र सरकार, केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को लागू करने की प्रक्रिया में व्यापक जांच-परीक्षण करने के बाद, एक विशेष चार्ट तैयार करती है। इस चार्ट का आधार रखकर, महंगाई भत्ते में संशोधन का निर्णय लिया जाता है। यह तालिका विभिन्न समयांतरों के लिए विभिन्न रूपों में तैयार की जाती है।
2016 से 2025 तक के लिए, इस चार्ट को केंद्र सरकार ने सातवें वेतन आयोग की संरचना के आधार पर तैयार किया है। इस संरचना के अनुसार, 2016 से 2025 तक के दौरान कर्मचारियों की मानद वेतन में वृद्धि होगी और यह डीए में लागू की जाएगी। यह संरचना सातवां वेतन आयोग के मानदानों के आधार पर निर्धारित की जाती है।
2006 से 2015 तक, दूसरे चार्ट के अंतर्गत, केंद्र सरकार के कर्मचारियों की वेतन में छठे वेतन आयोग की ढांचे के आधार पर वृद्धि की गई। इस अवधि में, डीए भत्तों में वृद्धि का निर्णय इसी प्रमाण से लिया गया था।
1996 से 2005 तक, तीसरी पेंशन आयोग की गठन की गई थी, और इसका प्रमुख उद्देश्य था केंद्रीय सरकार के पेंशन नियमों की सुधारना। इस पेंशन आयोग ने 1996 से 2005 तक के लिए नए नियमों और मानकों की स्थापना की थी, जिनके आधार पर कर्मचारियों के पेंशन को मूल्यांकन किया जाता था।
डीए गणना का फॉर्मूला
- महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की गणना के लिए पंचवीं, छठी, और सातवीं सीपीसी डीए के आधार पर आवश्यक है.
- डीए में बढ़ोतरी का प्रतिशत निर्धारण भारतीय उपभोक्ता मूल सूचकांक (एआईसीपीआई इंडेक्स) के औसत अंक के आधार पर होता है.
- महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी की गणना के लिए डीए प्रतिशत कैसे निर्धारित किया जाता है?
- डीए प्रतिशत निर्धारण के लिए पिछले 12 महीने के एआईसीपीआई इंडेक्स के औसत कोच का उपयोग किया जाता है.
- फिटमेंट फैक्टर के साथ परिणामों को विभाजित करके डीए प्रतिशत का निर्धारण किया जाता है.
7वे वेतन में डीए प्रतिशत निर्धारण का सूत्र है: पिछले 12 महीने का औसत एआईसीपीआई इंडेक्स (261.4) x 100 / 261.4 से गुणा करें। इसके बाद उसे अपने आवश्यकतानुसार वेतन स्केल में उल्लिखित प्रतिशत में परिवर्तित कर सकते हैं।
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पिछले कुछ समय का एआईसीपीआई इंडेक्स
- पिछले 6 महीनों में एआईसीपीआई इंडेक्स में व्यापक वृद्धि दर्शाई गई है।
- साल की शुरुआत में आईसीपी इंडेक्स में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई थी।
- महीने के आखिरी में, इंडेक्स में और भी वृद्धि दर्ज की गई।
- यह उछाल महंगाई दर में वृद्धि की संकेत दे रहा है।
- जनवरी में, एआईसीपीआई इंडेक्स 132.8 अंक पर था और डीए 43.8% थी।
- फरवरी में इंडेक्स कम हुआ, लेकिन मार्च में और भी वृद्धि दर्ज की गई।
- अप्रैल में इंडेक्स 134.2 अंक पर पहुंचा, संकेत देते हुए कि महंगाई बढ़ सकती है।
- जुन में इंडेक्स 136.4 अंक पर पहुंचा, जारी उछाल का एक और प्रमुख मानक है।
- जुलाई में और भी वृद्धि दर्ज की गई, इंडेक्स 138.2 अंक पर पहुंचा।
- इस वृद्धि दर से महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की संभावना है।
Da-hike-latest-news DA Rates Chart Table:
- महंगाई भत्ते का निर्धारण भारत में उपभोक्ताओं के खर्च के आधार पर किया जाता है।
- सरकार इसे बढ़ाने या कम करने के लिए भारतीय मूल सूचकांक इंडेक्स का उपयोग करती है।
- कर्मचारियों के डीए को बढ़ाने के लिए सरकार विशेष फार्मूला का उपयोग करती है।
- इससे केंद्रीय कर्मचारियों को वेतन में बढ़ोतरी की सौगात मिलती है।
- डीए चार्ट का उपयोग केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की गणना के लिए किया जा सकता है।
- यह जानकारी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो वेतन संबंधित फैसलों से जुड़े हैं।
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