UP Board Result: प्राथमिकता दी जा रही है कि नकलविहीन परीक्षाएं संपन्न करने के बाद अब यूपी बोर्ड ने रिकॉर्ड समय में परीक्षाफल घोषित करने की दिशा में गति बढ़ाई है। इस कार्य के लिए उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन तेजी से किया जा रहा है। अप्रैल के पहले और दूसरे सप्ताह में यूपी बोर्ड का रिजल्ट जारी होने की उम्मीद है।
यूपी बोर्ड ने शनिवार तक कुल 2,38,57,119 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा किया है। इस तरह से, परीक्षा में शामिल रहने वाले परीक्षार्थियों की कुल दो करोड़ पचासी लाख उत्तर पुस्तिकाओं के साथ, अब तक 83.46 प्रतिशत उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकित हो चुकी हैं।
e Shram Card : अब ई श्रम कार्ड की 1000 रूपए की नई क़िस्त हुई जारी, यहाँ से लिस्ट में नाम चेक करें
पिछली बार 100 दिनों के अंदर घोषित हुआ था रिजल्ट
गत वर्ष, बोर्ड ने परीक्षाफल का घोषणा करने के लिए सिर्फ 100 दिन लिए थे, जो एक रिकॉर्ड बना। इस बार, बोर्ड को अधिक सुधार करने का भी एक अवसर है। बोर्ड के सचिव, दिब्यकांत शुक्ल, ने बताया कि शनिवार, 23 मार्च को 242 मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य किया गया। इस दौरान, कुल 21,51,349 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया।
UP Board Result 2024 : अब यूपी बोर्ड परीक्षा की 83.46% कॉपियां जांची गई, तीन दिन बंद रहेगा मूल्यांकन
12 कार्य दिवसों में संपन्न हुई थीं परीक्षाएं UP Board Result
UP Board Result : उन्होंने बताया कि बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी से आरंभ होकर 9 मार्च तक सिर्फ 12 कार्य दिवसों में समाप्त हो गई थीं। इसके बाद, 16 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रारंभ किया गया, जिसे 31 मार्च तक पूरा किया जाने का लक्ष्य रखा गया है।
13 केंद्रों पर 10वीं, 12वीं दोनों की कॉपियां का मूल्यांकन
- 131 मूल्यांकन केंद्र हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं के लिए तैयार किए गए हैं।
- 116 केंद्रों में इंटरमीडिएट की मूल्यांकन होगी।
- 13 केंद्रों पर मिश्रित मूल्यांकन कार्य संपन्न होगा।
- कुल 260 मूल्यांकन केंद्रों में 83 राजकीय स्कूलों को चुना गया है।
- अशासकीय सहायता प्राप्त 177 माध्यमिक विद्यालयों को भी मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।
- हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन यहाँ होगा।
- इस प्रक्रिया के तहत, छात्रों की प्रदर्शन की गुणवत्ता को मापा जाएगा।
- यह सिस्टम परीक्षार्थियों के अध्ययन की गुणवत्ता को मापने में मदद करेगा।
- इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- ऐसे मूल्यांकन प्रक्रिया से विद्यालयों की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
तीन लाख से अधिक ने छोड़ी है परीक्षा
- यूपी बोर्ड परीक्षा 12 कार्य दिवसों में 22 फरवरी से 9 मार्च तक आयोजित की गई थी।
- कुल 3 लाख 24 हजार 08 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी।
- हाईस्कूल में 1 लाख 84 लाख 986 और इंटरमीडिएट में 1 लाख 39 हजार 022 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी थी।
- कुल 55 लाख 25 लाख 308 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।
- हाईस्कूल के 29 लाख 99 हजार 507 और इंटरमीडिएट के 25 लाख 25 हजार 801 परीक्षार्थी शामिल हैं।
- यह एक बड़ी परीक्षा थी जिसमें बहुत से छात्र प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं ले पाए।
- सख्ती के कारण कई छात्र परीक्षा छोड़ दी।
- यह साफ़ दिखाता है कि परीक्षा की सख्ती को बढ़ाया जाना चाहिए।
- छात्रों को उनके कार्यों के लिए सख्त प्रतिबंध लगाना चाहिए।
- इससे नकल को कम किया जा सकेगा और प्रतिस्पर्धा में निष्क्रियता को कम किया जा सकेगा।
हमारे ग्रुप में जुड़े | Click Here |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
Disclaimer :- हम जानते हैं कि सोशल मीडिया पर बहुत सी ऐसी ख़बरें वायरल होती हैं, इसलिए हम सभी को सतर्क रहने की सलाह देते हैं ! हम चाहते हैं कि आप आधिकारिक स्रोतों से जाँच करें। ख़बर की सटीकता को सुनिश्चित करें। क्योंकि यहाँ दी गई जानकारी के लिए examresultup.com कोई ज़िम्मेदारी नहीं स्वीकार करता है।