NEET Cut Off 2024: नीट के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, जिसमें कट ऑफ मार्क्स भी शामिल हैं। अगर आप इस परीक्षा में शामिल हुए थे, तो आपको इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए। कट ऑफ मार्क्स जारी होने के बाद, कई छात्र चिंतित हैं कि क्या उन्हें सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा। सरकारी कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए एक अच्छा कट ऑफ स्कोर होना आवश्यक है। नीट कट ऑफ मार्क्स के बारे में जानकारी प्राप्त करके आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कौन से सरकारी कॉलेज में प्रवेश संभव है। इसलिए, मेडिकल की पढ़ाई के लिए सरकारी कॉलेज में प्रवेश के बारे में जानकारी हासिल करना महत्वपूर्ण है।
NEET Cut Off 2024
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट परीक्षा के परिणामों की घोषणा कर दी है और इसके साथ ही नीट की कट ऑफ लिस्ट भी जारी की गई है। इस वर्ष कुछ छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है जबकि कुछ का प्रदर्शन सामान्य रहा है। अब छात्र यह जानना चाहते हैं कि नीट यूजी कट ऑफ के आधार पर उन्हें एडमिशन मिलेगा या नहीं। कट ऑफ अंकों के आधार पर ही यह तय होता है कि किस छात्र को कौन से मेडिकल संस्थान में पढ़ने का अवसर मिलेगा। नीट कट ऑफ के अंक यह निर्धारित करते हैं कि किसे कौन से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलेगा। इस कट ऑफ लिस्ट के अनुसार ही छात्रों को उनकी पसंद के संस्थान में दाखिला मिल सकता है।
SSC GD Qualifying Marks 2024: इस बार इतने नंबर में होगा सिलेक्शन, एसएससी जीडी की कट ऑफ जारी
NEET Cut Off 2024: नीट कट ऑफ क्या है?
नीट कट ऑफ के आधार पर छात्रों को मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है, जिसमें जितना अच्छा प्रदर्शन, उतना अच्छा कॉलेज मिलता है। मेडिकल प्रवेश के लिए नीट क्वालीफाई करना और क्वालीफाइंग कट ऑफ काफी महत्वपूर्ण हैं। देश के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थानों द्वारा न्यूनतम मार्क्स के रूप में अपना कट ऑफ जारी किया जाता है, जो हर श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग होता है। पिछले सालों की तुलना में इस साल का नीट कट ऑफ अलग है, क्योंकि इस बार एग्जाम में अधिक छात्रों ने भाग लिया। सीमित सीटों के कारण इस बार कट ऑफ में बढ़ोतरी देखी गई है। इस प्रकार, नीट कट ऑफ और रैंक छात्रों के मेडिकल कॉलेज में दाखिले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
LPG Gas Subsidy Check: अब खाते में आ गया सब्सिडी का पैसा, यहाँ से स्टेटस चेक करें
नीट कट ऑफ के प्रकार
सभी विद्यार्थियों के लिए यह जानना आवश्यक है कि नीट में दो प्रकार की कट ऑफ होती है: एंट्रेंस कट ऑफ और क्वालिफिकेशन कट ऑफ। क्वालिफिकेशन कट ऑफ वह न्यूनतम स्कोर है जिसे हर छात्र को पास करने के लिए प्राप्त करना होता है। एंट्रेंस कट ऑफ न्यूनतम रैंक है जिसके आधार पर विद्यार्थी को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलता है। जब नीट कट ऑफ जारी होती है, तो छात्रों के अंकों की गणना की जाती है। कट ऑफ के बाद, जो छात्र पासिंग मार्क्स प्राप्त करते हैं, उनके आधार पर एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। इस मेरिट लिस्ट के अनुसार छात्रों को सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है।
नीट कैटेगरी वाइज कट ऑफ
- NEET एग्जाम के प्रतिभागियों को श्रेणी अनुसार कट ऑफ देखनी चाहिए।
- इस बार कट ऑफ जनरल श्रेणी के लिए 720 से 164 तक है।
- जनरल-पीएच श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए भी यही कट ऑफ है।
- NEET में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है।
- श्रेणी अनुसार कट ऑफ की जांच करना अनिवार्य है।
- जनरल कैटेगरी की कट ऑफ 720 से 164 के बीच निर्धारित की गई है।
- जनरल-पीएच श्रेणी की कट ऑफ भी 720 से 164 तक है।
- NEET उम्मीदवारों को कट ऑफ चेक करना आवश्यक है।
- इस बार कट ऑफ जनरल और जनरल-पीएच के लिए समान है।
- NEET एग्जाम के लिए कट ऑफ श्रेणी अनुसार तय की गई है।
Panchayat Sahayak Vacancy 2024: पंचायत में हजारो पदों पर सीधी भर्ती, आवेदन फॉर्म भरना शुरू
Category | NEET Cut Off 2024 |
---|---|
General | 720-164 |
General-PH | 163-146 |
SC/ST/OBC | 163-129 |
SC/OBC-PH | 145-129 |
ST-PH | 141-129 |
- एससी और एसटी के लिए नीट कट ऑफ 163-129 है।
- जनरल-ईडब्ल्यू-पीएच छात्रों के लिए कट ऑफ 163-146 है।
- इस वर्ष की नीट कट ऑफ पिछले वर्ष 2023 से अधिक है।
- पिछली बार की तुलना में इस बार कट ऑफ अंक बढ़ गए हैं।
- एससी और एसटी के लिए न्यूनतम अंक 129 रखे गए हैं।
- जनरल-ईडब्ल्यू-पीएच के लिए न्यूनतम अंक 146 हैं।
- इस साल की कट ऑफ सूची ऊँची गई है।
- 2023 के मुकाबले इस बार कट ऑफ में वृद्धि हुई है।
- नीट कट ऑफ में इस साल अधिक अंक प्राप्त हुए हैं।
- एससी, एसटी और पीएच के लिए कट ऑफ अंकों में बदलाव हुआ है।
नीट कट ऑफ के अंतर्गत एडमिशन
- झारखंड किसान ऋण माफी योजना के तहत अब 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ होगा।
- 31 मार्च 2020 से पहले लिए गए सभी कृषि लोन माफ किए जाएंगे।
- किसानों को लाभ पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- 4.92 लाख किसानों ने अब तक इस योजना का लाभ उठाया है।
- अतिरिक्त 4.69 लाख किसान भी इस योजना से लाभान्वित होंगे।
- कृषि लोन माफी से किसानों की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
- इस योजना से किसानों को पलायन से बचाया जाएगा।
- आर्थिक बोझ कम होने से राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- यह योजना किसानों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करेगी।
- राज्य का आर्थिक ढांचा इस योजना से और मजबूत होगा।
हमारे ग्रुप से जुड़े | Click Here |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
Disclaimer :- हम जानते हैं कि सोशल मीडिया पर बहुत सी ऐसी खबरें वायरल होती हैं ! इसलिए हम सभी को सतर्क रहने की सलाह देते हैं ! हम चाहते हैं कि आप आधिकारिक स्रोतों से जाँच करें और खबर की सटीकता को सुनिश्चित करें ! क्योंकि यहां दी गई जानकारी के लिए “examresultup.com” कोई ज़िम्मेदारी नहीं स्वीकार करता है !