उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के द्वारा आयोजित होने वाली समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा को लेकर हाल ही में बड़ी खबर सामने आई है। पहले यह परीक्षा 22 दिसंबर 2024 को आयोजित की जानी थी, लेकिन अब आयोग ने इसे आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इस बदलाव के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख कारण अन्य परीक्षाओं का आयोजन और परीक्षा केंद्रों की कमी है।
1. परीक्षा तारीखों में बदलाव की मुख्य वजहें
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पहले समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा 22 दिसंबर 2024 को निर्धारित की थी। लेकिन अब परीक्षा तारीखों में बदलाव किया गया है। इसकी एक बड़ी वजह 7 और 8 दिसंबर 2024 को आयोजित होने वाली पीसीएस (PCS) प्रारंभिक परीक्षा है। पीसीएस परीक्षा के चलते आयोग को यह महसूस हुआ कि 22 दिसंबर को आरओ और एआरओ परीक्षा आयोजित करना कठिन होगा, क्योंकि परीक्षा केंद्रों की उपलब्धता में समस्या उत्पन्न हो रही है।
इसके अलावा, आयोग के सामने अन्य प्रशासनिक और तकनीकी चुनौतियां भी हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए परीक्षा को टालने का निर्णय लिया गया है। इन कारणों से यह स्पष्ट हो गया है कि समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा अब दिसंबर में नहीं हो सकेगी।
2. परीक्षा की नई तारीख और संभावित बदलाव
आयोग के अनुसार, समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा की नई तारीख पर अभी विचार चल रहा है। माना जा रहा है कि यह परीक्षा अब 2025 में आयोजित की जाएगी। हालांकि, परीक्षा किस महीने में होगी, इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। आयोग इस सप्ताह एक बैठक आयोजित करेगा, जिसमें नई तारीख पर अंतिम मुहर लगाई जा सकती है।
परीक्षा की नई तारीख को लेकर लाखों अभ्यर्थियों में चिंता है, क्योंकि इस परीक्षा के लिए लगभग 10 लाख 76 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। वहीं पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में 5 लाख 76 हजार अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। आयोग के समक्ष इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा आयोजित करना एक बड़ी चुनौती है, इसलिए तारीखों में बदलाव जरूरी हो गया है।
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3. परीक्षा प्रारूप में बदलाव
परीक्षा तारीखों में बदलाव के साथ-साथ आयोग ने परीक्षा के प्रारूप में भी कुछ बदलाव किए हैं। पहले समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा दो पारियों में आयोजित की जाती थी, लेकिन अब इसे तीन घंटे की एक ही पाली में समाहित कर दिया गया है। इससे परीक्षा को अधिक सुगम बनाने का प्रयास किया गया है।
परीक्षा का आयोजन तीन सत्रों में किया जाएगा, जिनमें प्रत्येक सत्र तीन घंटे का होगा। इसका मतलब है कि परीक्षा को अब PCS प्रारंभिक परीक्षा की तरह दो दिनों में आयोजित किया जाएगा। यह बदलाव परीक्षा के सुचारू संचालन और परीक्षा केंद्रों की कमी को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
4. परीक्षा टालने के संभावित प्रभाव
यूपीपीएससी द्वारा समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा को टालने का निर्णय हजारों अभ्यर्थियों के लिए चिंता का विषय है। ऐसे समय में जब अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, इस प्रकार की अनिश्चितता उनके लिए मानसिक दबाव का कारण बन सकती है। लेकिन आयोग द्वारा लिया गया यह फैसला प्रशासनिक कठिनाइयों को दूर करने और परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से लिया गया है।
परीक्षा को टालने का एक और बड़ा कारण यह है कि परीक्षा केंद्रों की कमी से परीक्षा का सही ढंग से आयोजन नहीं हो सकता था। ऐसे में आयोग ने यह फैसला लिया कि बेहतर प्रबंधन के लिए परीक्षा को अगले वर्ष तक टाल दिया जाए, ताकि सभी व्यवस्थाओं को सही ढंग से संचालित किया जा सके।
5. अभ्यर्थियों के लिए आगे की तैयारी
परीक्षा की तारीखों में बदलाव के बावजूद, अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी जारी रखें। तारीखों के टलने से अभ्यर्थियों को अधिक समय मिल जाएगा, जिससे वे अपनी तैयारी को और बेहतर बना सकेंगे। इसके अलावा, आयोग द्वारा किए जा रहे बदलावों के बारे में नियमित रूप से अपडेट प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थियों को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
परीक्षा की नई तारीख आने से पहले अभ्यर्थियों के पास अपने अध्ययन और संशोधन के लिए पर्याप्त समय होगा। यह बदलाव उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखने और अपनी तैयारी में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के लिए प्रेरित करेगा।
निष्कर्ष
यूपीपीएससी समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा की तारीखों में बदलाव अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खबर है। परीक्षा का आयोजन अब दिसंबर 2024 की बजाय 2025 में होने की संभावना है, जिससे अभ्यर्थियों को अतिरिक्त समय मिलेगा। यह परीक्षा केंद्रों की कमी और अन्य परीक्षाओं के साथ टकराव के कारण टाली जा रही है। हालांकि, अभ्यर्थियों को इससे निराश होने की बजाय अपनी तैयारी को और बेहतर करने के लिए इस समय का सदुपयोग करना चाहिए।