जब भी पैसों को अर्जित करने की बात आती है तो फिर लोगों के समक्ष मुख्य रूप से दो विकल्प होते हैं, सर्वप्रथम तो पढ़ लिखकर नौकरी प्राप्त करें या फिर अपना स्वयं का स्टार्टअप बिजनेस शुरू करें.
इन दोनों में जमीन आसमान का अंतर होता है. किंतु लोगों की इच्छा और चाह पर ही इनमें से किसी एक का चयन किया जाता है.
यदि आप भी उद्योग लगाना चाहते हैं, तो फिर हमारे द्वारा प्रदान की गई जानकारी आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है.
किंतु एक विशेष बात का आप सभी को स्मरण अवश्य रखना चाहिए कि इस सहायता को प्राप्त करने के लिए आपको कम से कम इंटर तक की पढ़ाई करना आवश्यक है.
उसके पश्चात ही आप स्वयं का उद्योग लगाने के लिए मुख्यमंत्री उद्योग योजना के तहत सहायता प्राप्त कर पाएंगे.
क्या आप भी उद्योग लगाना चाहते हैं?
यदि आप भी उद्योग लगा करके कमाई करना चाहते हैं, तो फिर आप के लिए एक सुनहरा अवसर आ चुका है.
उद्योग विभाग से 1000000 रुपए तक की आर्थिक सहायता लेकर के उद्यमी बनने का अवसर आप सभी लोगों के समक्ष आकर खड़ा हो चुका है.
सर्वाधिक रोचक बात तो यह है कि ₹1000000 तक की आर्थिक सहायता भी प्राप्त होगी और इसमें 50% तक का अनुदान भी प्राप्त होगा, शेष 50% धनराशि बिना ब्याज के ही प्रदान कर दी जाएगी. शर्त यह है कि 7 साल में आपको इन पैसों को लौटाना होगा.
आवेदकों के लिए राहत की खबर
यदि बात की जाए पिछले बार की तो पिछले बार आवेदकों के लिए यह आवश्यक था कि वह करंट रसीद तथा जीएसटी का प्रमाण पत्र दे. किंतु इस बार इसकी चीज़ को ही समाप्त कर दिया गया है.
इस योजना के अंतर्गत सर्विस सेक्टर तथा मैन्युफैक्चर सेक्टर में उद्योग लगाने का अवसर प्राप्त होगा.
इस वर्ष से इसमें धागा निर्माण एवं पावरलूम मतलब कि हथकरघा को भी सम्मिलित किया गया है.
यदि बात की जाए पिछली बार की तो पिछली बार यह सभी सम्मिलित नहीं किया गए थे.
जिस वजह से बहुत सारे उद्यमियों को थोड़ी सी हताशा हुई थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है.
अगर आप पढ़े लिखे हैं और सोच रहे हैं कैसे शुरू करें गांव में व्यापार तो ये खबर आपके लिए है ख़ास.
जरूरी कागजात
यदि आपने मन बना लिया है, कि आप इसकी सहायता से स्वयं का उद्योग प्रारंभ करेंगे, तो आपको ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा तथा आवश्यक दस्तावेजों का अपने साथ रखने पड़ेंगे.
आवेदन कर्ता के पास निम्नांकित दस्तावेज होने भी अति आवश्यक है, इन पर ध्यान पूर्वक अवश्य गौर करें.
- मैट्रिक प्रमाण पत्र
- इंटर का प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- आवासीय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक स्टेटमेंट
- कैंसिल चेक
- ईमेल आईडी
50 हजार की पूंजी से करें लाखों का बिजनेस इसके लिए करना होगा बस छोटा सा ये काम.
तीन किस्तों में धनराशि प्राप्त होगी
लाभ प्राप्त करने वाले व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा 1000000 रुपए की धनराशि प्राप्त हो सकती है.
उद्योग लगाने के लिए तीन किस्तों में उद्योग विभाग धनराशि प्रदान करेगा.
पहली किस्त में ₹400000 का भुगतान किया जाएगा.
वहीं दूसरी किस्त में ₹400000 पुनः से प्रदान किए जाएंगे, तीसरी किस्त में ₹200000 लाभार्थी को दे दिए जाएंगे.
यदि आप प्रदान की गई इस धनराशि को 84 किस्तों में अर्थात 7 साल के भीतर ही विभाग को लौटा देते हैं, तो फिर आपको इसमें किसी भी प्रकार से ब्याज देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
अधिकारियों का क्या कहना है?
यह बात किसी से नहीं छुपी है कि हमारे देश में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बन चुकी है.
ऐसे में युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए ही मुख्यमंत्री उद्यमी योजना प्रारंभ की गई है, जो कि काफी ज्यादा लाभदायक भी सिद्ध हुई है.
नवीन सेक्टर में उद्योग स्थापित कर बेरोजगार कमाई कर रहे हैं. इच्छुक लोगों ने तो इस योजना से लाभ प्राप्ति हेतु अप्लाई भी कर दिया है.
यदि आप भी चाहते हैं कि आपके उद्योग को प्रारंभ करने हेतु आर्थिक सहायता प्राप्त हो, तो फिर आप इस योजना के तहत आसानी से अप्लाई कर सकते हैं.
अगर आप भी चाहते हैं की शुरू करें ये काम और हर महीने कमाएं लाखों तो इसे जरूर देखें होगा बहुत फायदा।
कौन-कौन से उद्योग लगा सकते हैं?
अब सबसे ज्यादा आवश्यक प्रश्न यह भी उठता है कि प्राप्त आर्थिक सहायता के जरिए कौन-कौन से उद्योग लगाए जा सकते हैं?
तो फिर हम आपको बता दें कि आप निम्नलिखित उद्योगों में से किसी एक का चयन आसानी से कर सकते हैं.
निम्नलिखित उद्योगों को शुरू करने हेतु सरकार आर्थिक सहायता इस योजना के जरिए प्रदान करेगी.
- पशु आहार
- मुर्गा दाना
- फल का जूस
- पोहा या चूड़ा
- जैम
- जेली
- सॉस
- आइसक्रीम
- मसाला
- पावरोटी
- बिस्कुट का उत्पादन
- आटा मिल
- तेल मिल
- ऑटो गैरेज
- एयर कंडिशन रिपेयरिंग सेंटर
- टू व्हीलर रिपेयिरंग सेंटर
- सैलून
- ब्यूटीपार्लर
- ड्राईक्लीनिंग
- टूरिस्ट टैक्सी
- रेडिमेड वस्त्र निर्माण
- एलईडी बल्ब या सजावटी बल्ब निर्माण
- कूलर निर्माण
- ढाबा
- पैथोलॉजिकल जांच घर
- चमड़े का जूता
- बेससीट
- अल्यूमीनियम फर्निचर
- कृषि यंत्र
- बेंत का फर्निचर आदि.
हमने यहां पर 30 उद्योगों का विवरण प्रदान किया है, किंतु स्मरण रहे कि इस योजना के तहत कुल 51 उद्योगों को शुरू करने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है.
आपको हम बता दें कि पिछले वर्ष केवल 470 लोगों का ही चयन इस योजना के अंतर्गत किया गया था, अर्थात उन्हें केवल आर्थिक सहायता दी गई थी.
बिहारशरीफ कार्यालय प्रतिनिधि
पिछले साल नालंदा के 470 लोगों का ही उद्यमी योजना के अंतर्गत चयन किया गया था, तथा इन्हें स्वयं का उद्योग प्रारंभ करने लिए आर्थिक सहायता देने हेतु चुना गया है.
इनमें से 457 लोगों ने प्रशिक्षण ले लिया है, इसके अतिरिक्त 452 लोगों को तो पहली किस्त भी दे दी गई है. वही 196 लोगों को दूसरे किस्त की धनराशि प्रदान की जा चुकी है.
अब तक कार्य पूरा करने वाले 18 लोगों को तीसरी किस्त भी प्राप्त हो चुकी है.
दूसरी और तीसरी किस्त उन लोगों को अब तक नहीं प्राप्त हुई है, जिन्होंने उपयोगिता पत्र नहीं प्रदान किया है.
हालांकि विभाग द्वारा नोटिस भी प्रदान किया जा चुका है.
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आप सभी लोगों के समक्ष उद्यमी योजना से जुड़ी सारी आवश्यक जानकारियां प्रस्तुत कर दी है.
हमें आशा है कि हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई यह सभी जानकारियां आपके लिए लाभकारी होगी.