7th Pay Commission: केंद्र सरकार के कर्मचारियों को प्रस्तावित वेतन और भत्ता वृद्धि से लाभ मिलेगा, विवरण यहां देखें

केंद्र सरकार द्वारा सभी सरकारी कर्मचारियों को सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत तनख्वाह दी जाती है। सरकार हर 10 साल पर तनख्वाह देने की प्रक्रिया को वेतन आयोग के द्वारा तैयार करती है।

हर 10 साल पर सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए एक नया वेतन आयोग तैयार किया जाता है ताकि उन्हें उचित तनख्वाह सही समय पर मिल सके।

इस वेतन आयोग के अंतर्गत सरकार कर्मचारियों को महंगाई भत्ता की सुविधा भी देती है।

केंद्र सरकार के कर्मचारियों को प्रस्तावित वेतन और भत्ता वृद्धि का लाभ इस महीने मिलने वाला है।

सरकार सभी केंद्रीय कर्मचारियों के मूल वेतन के 4% को महंगाई भत्ता में बढ़ाने वाली है।

अगर आप सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत हुए बड़े ऐलान और बढ़ने वाली तनख्वाह के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज का लेख आपके लिए लिखा गया है।

सातवां वेतन आयोग क्या है?

केंद्र सरकार द्वारा 1950 में सभी सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह को उचित तरीके से पहुंचाने के लिए वेतन आयोग का गठन किया गया।

तब से लेकर अब तक हर 10 साल पर सरकार वेतन आयोग में परिवर्तन करती है।

केंद्रीय वेतन आयोग का उद्देश्य केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह में वृद्धि और अन्य सुविधा प्रदान करना है ताकि बढ़ रही महंगाई और वर्तमान समय के आधार पर उन्हें उचित तनख्वाह मिल सके।

सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू किया गया था और 2026 में आठवां वेतन आयोग लागू किया जाएगा। वर्तमान समय में चल रहे।

सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत सभी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता वृद्धि की सुविधा दी जाती है।

महंगाई भत्ता में सभी कर्मचारियों की तनख्वाह दो बार 4% से बढ़ती है। सबसे पहले जनवरी के महीने में 4% महंगाई भत्ता मिलता है उसके बाद जुलाई के महीने में 4% महंगाई भत्ता दिया जाता है।

सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत मिलने वाला महंगाई भत्ता कर्मचारी के मूल वेतन का कुछ प्रतिशत होता है।

वर्तमान समय में मूल वेतन का 4% महंगाई भत्ता चल रहा है। इस तरह हर साल में दो बार महंगाई भत्ता बढ़ता है और धीरे-धीरे सभी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ते जाता है।

हर बार कर्मचारी के पुराने महंगाई भत्ता पर 4% अधिक बढ़ा दिया जाता है। इस तरह सभी कर्मचारी का महंगाई भत्ता धीरे धीरे बढ़ता जाता है।

महंगाई भत्ता कितना बढ़ने वाला है?

सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत वर्तमान समय में 4% महंगाई भत्ता दिया जाता है। मगर साल में दो बार महंगाई भत्ता बढ़ता है इस वजह से एक कर्मचारी को 1 साल में 8% का महंगाई भत्ता मिलता है।

जैसा कि हमने आपको बताया साल में दो बार महंगाई भत्ता बढ़ता है। आपको यह भी मालूम होना चाहिए कि महंगाई भत्ता पुराने महंगाई भत्ता पर बढ़ता है।

अर्थात जब कोई नौकरी में जॉइन करता है तो उसे पहला महंगाई भत्ता 4% का मिलता है।

मगर वक्त के साथ साल में दो बार चार प्रतिशत बढ़ता जाता है और इस तरह वक्त के साथ उसका महंगाई भत्ता 50% तक चला जाता है।

जब किसी कर्मचारी का महंगाई भत्ता उसके मूल वेतन का 50% हो जाता है तो सरकार उसके मूल वेतन को रिवाइज कर देती है और उसके महंगाई भत्ता को मूल वेतन में जोड़कर नया मूल वेतन बना दिया जाता है।

इस वजह से पुराने कर्मचारियों की तनख्वाह अधिक होती है और नए कर्मचारियों की तनख्वाह कम होती है।

सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत किस कर्मचारी की तनख्वाह कितनी बढ़ेगी?

जैसा कि हमने आपको बताया वर्तमान समय में सरकार ने ऐलान किया है कि महंगाई भत्ता बढ़ने वाली है।

इसके अंतर्गत किस कर्मचारी की तनख्वाह में कितनी वृद्धि आएगी इसे स्पष्ट रूप से कहना काफी मुश्किल है।

कर्मचारियों को मिलने वाली तनख्वाह उनके मूल वेतन का कुछ प्रतिशत होती है जो कर्मचारी लंबे समय से काम करता है उसका महंगाई भत्ता अधिक होता है।

मगर हम ऐसा कह सकते हैं कि जो कर्मचारी लंबे समय से काम कर रहा है उसका मूल वेतन काफी अधिक है।

नए कर्मचारियों को महंगाई भत्ता कब दिया जाता है और वक्त के साथ पुराने कर्मचारियों को अधिक महंगाई भत्ता दिया जाता है इस वजह से पुराने कर्मचारियों की तनख्वाह काफी अधिक हो जाती है।

निष्कर्ष

आज इस लेख में हमने आपको बताया कि सातवां वेतन आयोग के अंतर्गत कितनी तनख्वाह मिलने वाली है और किस कर्मचारी को कितनी तनख्वाह की बढ़ोतरी का फायदा मिलने वाला है।

अगर हमारे द्वारा साझा जानकारियों को पढ़ने के बाद आप मूल वेतन के बारे में अच्छे से समझ पाए हैं तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा करना ना भूलें।

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